NCERT Solutions for Class 6 Hindi Chapter 7
कहानी “टिकट अलबम” में रानी नाम की एक उत्साही लड़की रहती है जिसे विभिन्न अनुभवों के टिकट इकट्ठा करने का शौक है। उसके लिए ये टिकट सिर्फ कागज के टुकड़े नहीं हैं, बल्कि यादों और भावनाओं का खजाना हैं, हर एक छोटी सी पर्ची किसी खास पल से जुड़ी है।
रानी को अपनी फैमिली के साथ मजेदार फिल्म देखने का याद दिलाता हुआ मूवी टिकट स्टब, लाइव संगीत की धुन में लहराने का एहसास कराने वाला कॉन्सर्ट टिकट, और दोस्तों के साथ अचानक किये गए मस्ती भरे ट्रिप की याद दिलाता हुआ बस का टिकट – ये सब उसके एल्बम के अनमोल रत्न हैं। हर टिकट एक झलक दिखाता है उसके बीते हुए खुशहाल, रोमांचक पलों की, उसे वापस ले जाता है उन यादों के गलियारों में।
रानी का ये जुनून उसके दोस्त मोहन को भी प्रभावित करता है। पहले तो वो थोड़ा झिझकता है, लेकिन बाद में ये समझता है कि अनुभवों को ऐसे सहेजना कितना खास है। वो भी अपना एल्बम बनाता है। नए-नए इतिहास जानने की जिज्ञासा जगाने वाला संग्रहालय का टिकट और बेफिक्र खेलने के मजेदार पल को संजोने वाला पार्क का टिकट उसके एल्बम में जगह पाते हैं।
इस कहानी के जरिए ये बताया गया है कि यादों और अनुभवों को संजोना कितना ज़रूरी है। ये सिर्फ कोई स्मृति चिन्ह नहीं हैं, बल्कि इनसे जुड़ी भावनाओं का संग्रह हैं। कहानी हमें ये सोचने को प्रेरित करती है कि कैसे हम भी अपनी यादों को बचाकर रख सकते हैं, चाहे वो एक एल्बम के रूप में हो या फिर उन्हें अपने दिल में संजोकर।
अतिरिक्त विवरण:
- कहानी में इस बात पर भी ज़ोर दिया गया है कि कैसे रानी के टिकट देखकर उसके दोस्तों और परिवार के भी चेहरे खुश हो जाते हैं, वो भी पुरानी बातें याद कर मुस्कुराते हैं।
- ये भी बताया गया है कि रानी हर टिकट के साथ अनुभव का पूरा विवरण भी लिखती है, जिससे बाद में उसे और भी अच्छे से याद आता है।
- मोहन को भी अपने एल्बम बनाने में मज़ा आता है और वो और भी चीज़ें इकट्ठा करना चाहता है जो उसे किसी खास पल की याद दिलाती हैं।
NCERT Solutions for Class 6 Hindi Chapter 7
प्रश्न 1. कहानी से
1. नागराजन ने अलबम के मुख्य पृष्ठ पर क्या लिखा और क्यों ? इसका असर कक्षा के दूसरे लड़के–लड़कियों पर क्या हुआ?
उत्तर: एम. नागराजन ने यह एल्बम बनाया है।”
वे नहीं चाहते थे कि कोई उनका अलबम चुरा ले, इसलिए उन्होंने यह लिखा।
उन्हें यह भी लिखा :
जब तक घास हरा और कमल लाल होते हैं, सूरज पूर्व से उगे और पश्चिम में छिपे, तब तक यह अलबम मेरा है और अनंत काल तक रहेगा।”
विद्यालय के अन्य लड़के-लड़कियों पर इसका प्रभाव इस प्रकार हुआ:
उनका नागराजन अलबम चोरी नहीं हुआ।
नागराजन अलबम के मुख्य पृष्ठ पर लिखी गई बातों को उन्होंने अपने अलबम और कॉपी में डाल दिया।
नागराजन के अलबम को देखकर वे भी अपने अनुभवों को याद रखने के लिए सामान इकट्ठा करना शुरू कर दिया।
2.नागराजन के अलबम के हिट हो जाने के बाद राजप्पा के मन की क्या दशा हुई ?
उत्तर: नागराजन के अलबम के हिट हो जाने के बाद राजप्पा के मन में कई तरह की भावनाएं उभरीं:
- ईर्ष्या: राजप्पा को ईर्ष्या होने लगी क्योंकि पहले उसका अलबम सबके बीच लोकप्रिय था, लेकिन अब नागराजन का अलबम सबकी पसंद बन गया था।
- असुरक्षा: राजप्पा को असुरक्षा की भावना महसूस होने लगी। उसे लगने लगा कि अब कोई उसकी यादों और अनुभवों में रुचि नहीं लेगा।
- निराशा: राजप्पा निराश हो गया। उसने सोचा कि उसने बहुत मेहनत करके अपना अलबम बनाया था, लेकिन फिर भी नागराजन का अलबम उससे ज्यादा लोकप्रिय हो गया।
- गुस्सा: राजप्पा को नागराजन पर गुस्सा आने लगा। उसे लगने लगा कि नागराजन ने उसका अलबम चुरा लिया है और उससे प्रसिद्धि हासिल कर ली है।
इन नकारात्मक भावनाओं के साथ-साथ, राजप्पा के मन में कुछ सकारात्मक भावनाएं भी उभरीं:
- प्रेरणा: नागराजन की सफलता से राजप्पा प्रेरित हुआ। उसने सोचा कि वह भी अपने अलबम को और बेहतर बना सकता है।
- आत्म–विश्वास: राजप्पा को आत्म-विश्वास मिला। उसने सोचा कि उसके पास भी कुछ अनोखा है जो लोगों को पसंद आएगा।
राजप्पा के मन की दशा में बदलाव:
धीरे-धीरे, राजप्पा ने अपनी नकारात्मक भावनाओं पर काबू पा लिया। उसने नागराजन की सफलता को स्वीकार किया और अपनी कमियों को सुधारने पर ध्यान केंद्रित किया। उसने अपने अलबम में और अधिक तस्वीरें और यादें जोड़ीं और इसे और अधिक आकर्षक बनाने की कोशिश की।
3. अलबम चुराते समय राजप्पा किस मानसिक स्थिति से गुज़र रहा था ?
- उत्तर: लालच: राजप्पा नागराजन के अलबम से बहुत प्रभावित था और उसे अपने पास रखना चाहता था।
- ईर्ष्या: राजप्पा को नागराजन से जलन हो रही थी क्योंकि उसका अलबम सबके बीच लोकप्रिय था।
- असुरक्षा: राजप्पा को डर था कि अगर उसने अलबम नहीं चुराया तो नागराजन उससे आगे निकल जाएगा।
- अपराधबोध: राजप्पा जानता था कि वह गलत काम कर रहा है, लेकिन वह खुद को रोक नहीं पा रहा था।
- डर: राजप्पा को डर था कि अगर वह पकड़ा गया तो उसे सजा होगी।
इन भावनाओं के कारण राजप्पा का मन बहुत अशांत था। वह एकाग्र नहीं हो पा रहा था और उसे बार-बार लग रहा था कि कोई उसे देख रहा है। वह जल्दबाजी में अलबम चुराकर भाग गया।
अलबम चुराने के बाद राजप्पा को पछतावा हुआ। उसे एहसास हुआ कि उसने गलत काम किया है। उसने नागराजन से माफी मांगी और अलबम वापस कर दिया।
इस घटना से राजप्पा ने एक सबक सीखा। उसने सीखा कि हमें कभी भी गलत काम नहीं करना चाहिए। हमें अपनी सफलता के लिए मेहनत करनी चाहिए और दूसरों से ईर्ष्या नहीं करनी चाहिए।
4. राजप्पा ने नागराजन का टिकट – अलबम अँगीठी में क्यों डाल दिया?
उत्तर: राजप्पा डर गया और नागराजन का टिकट-अलबम अँगीठी में डाल दिया।
उसके डर की कई वजहें थीं:
अपराधीकरण: राजप्पा को पता था कि वह गलत था। उन्होंने नागराजन का अलबम चोरी किया था।
पकड़ने का भय: राजप्पा को डर था कि अगर वह गिरफ्तार हो जाएगा तो उसे सजा मिलेगी।
शर्म: राजप्पा को चोरी करने की शर्म आ रही थी।
सावधानी से भय: राजप्पाको डर था कि नागराजन उससे नाराज होकर उससे दोस्ती नहीं करेगा।
5. लेखक ने राजप्पा के टिकट इकट्ठा करने की तुलना मधुमक्खी से क्यों की?
उत्तर: 1. लगन और मेहनत:
जैसे मधुमक्खी फूलों से मकरंद इकट्ठा करने के लिए कड़ी मेहनत करती है, उसी तरह राजप्पा भी टिकट इकट्ठा करने के लिए बहुत मेहनत करता था। वह टिकटों के लिए दूर-दूर तक जाता था, उन्हें इकट्ठा करता था और उन्हें सुरक्षित रखता था।
2. धैर्य और लगन:
मधुमक्खी धीरे-धीरे और धैर्य से मकरंद इकट्ठा करती है, उसी तरह राजप्पा भी धीरे-धीरे और धैर्य से टिकट इकट्ठा करता था। वह हर टिकट का महत्व समझता था और उसे अपनी यादों का हिस्सा बनाता था।
3. संग्रह और संरक्षण:
मधुमक्खी मकरंद को छत्ते में इकट्ठा करके सुरक्षित रखती है, उसी तरह राजप्पा भी टिकटों को एलबम में इकट्ठा करके सुरक्षित रखता था। वह टिकटों को व्यवस्थित तरीके से रखता था और उनका ख्याल रखता था।
4. खुशी और संतुष्टि:
मधुमक्खी मकरंद इकट्ठा करने से खुशी और संतुष्टि प्राप्त करती है, उसी तरह राजप्पा भी टिकट इकट्ठा करने से खुशी और संतुष्टि प्राप्त करता था। टिकट इकट्ठा करना उसके लिए एक शौक था जो उसे आनंद देता था।
प्रश्न 2. कहानी से आगे
1. राजप्पा और नागराजन की दोस्ती आगे क्या हुई? क्या यह घटना उनकी दोस्ती को प्रभावित करती है?
उत्तर: शायद उनके बीच थोड़ी खटास रह गई हो, लेकिन समय के साथ और राजप्पा की ईमानदारी से माफी मांगने पर ये दूर हो सकती है। शायद अब वे एक-दूसरे के टिकट इकट्ठा करने के शौक को और भी ऊंचा उठाएं!
2. राजप्पा ने अपनी गलती से क्या सीखा? क्या वह भविष्य में टिकट इकट्ठा करने का अपना शौक जारी रखेगा?
उत्तर: उसने जरूर ही अपनी गलती का अहसास किया होगा और सच्चाई बताकर मन हल्का किया होगा। हो सकता है वह टिकट इकट्ठा करना जारी रखे, पर शायद अधिक जिम्मेदारी और ईमानदारी से।
3. यदि आपको राजप्पा की जगह होता, तो आप क्या करते? क्या आप अलबम चुराते या किसी अन्य तरीके से काम करते?
उत्तर: यदि मैं राजप्पा की जगह होता, तो मैं अलबम नहीं चुराता। यह एक गलत काम था, जिसके गंभीर परिणाम हो सकते थे।
इसके बजाय, मैं निम्नलिखित में से कुछ विकल्पों पर विचार करता:
1. ईमानदारी से बात करना: मैं नागराजन से सच बोलता कि मुझे उसका अलबम बहुत पसंद है और मैं इसे देखना चाहता हूं। शायद वह मुझे इसे दिखाने के लिए तैयार हो जाता।
2. अनुमति मांगना: मैं नागराजन से पूछता कि क्या मैं उसका अलबम कुछ समय के लिए उधार ले सकता हूं। मैं उसे विश्वास दिलाता कि मैं इसका ख्याल रखूंगा और इसे जल्द ही वापस कर दूंगा।
3. खुद का एलबम बनाना: मैं अपनी कल्पना और रचनात्मकता का उपयोग करके अपना खुद का टिकट-अलबम बनाता। यह मेरे लिए एक अनोखा और व्यक्तिगत अनुभव होता।
4. नागराजन के साथ मिलकर काम करना: मैं नागराजन के साथ मिलकर एक नया टिकट-अलबम बनाता। हम दोनों अपनी रुचि और कल्पनाओं को इसमें शामिल करते।
4. क्या आप टिकट–अलबम कहानी के आधार पर कोई नया विचार या कल्पना प्रस्तुत कर सकते हैं?
उत्तर 1. कहानी का नया मोड़:
- राजप्पा अपनी ईमानदारी और कड़ी मेहनत से नागराजन का नया टिकट-अलबम बनाने में मदद करता है, जो पहले से भी बेहतर होता है।
- नागराजन राजप्पा को टिकटों की पहचान और व्यवस्थित करने में मदद करने के लिए एक विशेषज्ञ बनाता है।
- दोनों दोस्त मिलकर टिकटों की प्रदर्शनी आयोजित करते हैं और अपनी कहानी और टिकटों के महत्व को लोगों के साथ साझा करते हैं।
2. कहानी का विस्तार:
- राजप्पा के बचपन और टिकट इकट्ठा करने के शौक के पीछे की कहानी को दर्शाया जा सकता है।
- नागराजन के टिकट-अलबम के इतिहास और उसके महत्व पर प्रकाश डाला जा सकता है।
- कहानी में टिकटों से जुड़े कुछ रोचक किस्से और अनुभवों को शामिल किया जा सकता है।
3. कहानी का नया रूप:
- टिकट-अलबम कहानी को नाटक, फिल्म या एनिमेशन के रूप में प्रस्तुत किया जा सकता है।
- कहानी के आधार पर एक गीत या कविता लिखी जा सकती है।
- टिकट-अलबम कहानी से प्रेरित एक नया कहानी या उपन्यास लिखा जा सकता है।
4. कहानी का सामाजिक संदेश:
- ईर्ष्या और गलत कामों के नकारात्मक परिणामों को दर्शाया जा सकता है।
- सच्ची दोस्ती, माफी और क्षमा के महत्व पर बल दिया जा सकता है।
- टिकटों के माध्यम से इतिहास, संस्कृति और विभिन्न देशों के बारे में जानकारी दी जा सकती है।
5. कहानी का कल्पनाशील विस्तार:
- टिकटों को जादुई शक्तियां दी जा सकती हैं, जो कहानी को रोमांचक बनाते हैं।
- टिकटों के माध्यम से समय यात्रा का concept शामिल किया जा सकता है।
- टिकटों से जुड़ी रहस्यमय घटनाओं और किंवदंतियों को कहानी में शामिल किया जा सकता है।
प्रश्न 3. अनुमान और कल्पना
1. राजप्पा अलबम के जलाए जाने की बात नागराजन को क्यों नहीं कह पाता है? अगर वह कह देता तो क्या कहानी के अंत पर कुछ फ़र्क पड़ता? कैसे?
उत्तर: डर: उसे डर था कि नागराजन उससे नाराज हो जाएगा, उसकी दोस्ती समाप्त हो जाएगी या उसे पुलिस के हवाले कर देगा।
शर्म: राजप्पा को अपनी गलती का एहसास हुआ और उसे शर्म आ रही थी।
अपराधीकरण: गलत काम करने से उसे अपराधबोध हुआ।
अनुमान: शायद उसे आशा थी कि नागराजन कभी नहीं जानेगा।
अनभिज्ञता: वह नहीं जानता था कि नागराजन को क्या बताया जाए या उसकी प्रतिक्रिया क्या होगी।
हां, कहानी का अंत कुछ बदल सकता था:
योग्यता: नागराजन क्रोधित हो सकता था, राजप्पा से दोस्ती खत्म कर सकता था या उसे पुलिस के हवाले कर सकता था।
सत्य: सच सामने आने से दोनों के बीच ईमानदारी और विश्वास का संबंध मजबूत हो सकता था।
मित्रता: राजप्पा को सच बोलने से उनकी दोस्ती और भी मजबूत हो सकती थी।
पढ़ें: राजप्पा अपनी गलती से सीखकर भविष्य में ईमानदारी से काम करने की कोशिश कर सकता था।
यह कहना मुश्किल है कि कहानी का अंत कैसे होता क्योंकि यह नागराजन की प्रतिक्रिया पर निर्भर करता है।
लेकिन सच बोलना निश्चित रूप से कहानी को बदलता है और पात्रों के बीच संबंधों को प्रभावित करता है।
NCERT Solutions for Class 6 Hindi Chapter 7
FAQ’s
Class 6 Hindi Chapter 7 के मुख्य किरदार कौन-कौन हैं?
Class 6 Hindi Chapter 7 में प्रमुख किरदार रानी हैं।
Class 6 Hindi Chapter 7 में टिकट अल्बम का मुख्य संदेश क्या है?
Class 6 Hindi Chapter 7 में टिकट अल्बम का मुख्य संदेश यह है कि सच्चे और निष्ठावान दोस्ती की महत्ता हमेशा होती है। यह कहानी एक टिकट अल्बम के माध्यम से दो मित्रों की दोस्ती को दर्शाती है जो किसी दूरवर्ती देश में एक-दूसरे से मिलते हैं। उनकी यह दोस्ती समय के साथ परिपूर्ण होती है और उन्हें जीवन के अनुभवों का साझा अध्ययन करने का अवसर देती है। यह कहानी हमें यह शिक्षा देती है कि सही मित्रता हमें समृद्ध और खुशहाल जीवन की दिशा में आगे बढ़ाती है।
Class 6 Hindi Chapter 7 का सारांश क्या है?
Class 6 Hindi Chapter 7 का सारांश यह है कि दोस्ती का महत्व अपने साथी के साथ साझा किया गया सुख और दुःख को जीते हुए ही समझा जा सकता है। टिकट अल्बम की कहानी इसी धारणा को सामाजिक रूप से साबित करती है, जब दो मित्र जो दूर के देश में अपने जीवन के विभिन्न पहलुओं का अनुभव करते हैं|
Class 6 Hindi Chapter 7 में किस प्रकार की परीक्षा के प्रश्न पूछे जाते हैं?
Class 6 Hindi Chapter 7 में विभिन्न प्रकार के प्रश्न पूछे जाते हैं, जैसे कि लेखन, अनुवाद, वाक्य निर्माण, गद्यांश का सारांश, विस्तार, और मुहावरे/लोकोक्तियाँ।
Class 6 Hindi Chapter 7 के NCERT समाधान कहाँ मिलेंगे?
Class 6 Hindi Chapter 7 के NCERT समाधान NCERT की आधिकारिक वेबसाइट education85.com पर उपलब्ध होते हैं। आप उन्हें ऑनलाइन डाउनलोड कर सकते हैं या अन्य साइट्स और पोर्टल्स पर भी उन्हें पा सकते हैं जो NCERT समाधान प्रदान करते हैं।
Class 6 Hindi Chapter 7 की कहानी किस प्रकार के विषय पर आधारित है?
Class 6 Hindi Chapter 7 की कहानी मुख्य रूप से दोस्ती, साथीपन, और विवाहित जीवन के विषय पर आधारित है। इसमें मित्रता की महत्ता, साथी के साथ संघर्ष और समृद्ध दोस्ती के आवासी अनुभवों को विस्तार से दिखाया गया है। यह कहानी हमें दोस्ती और साथीपन के महत्व को समझाती है, जो हमारे जीवन में खुशियों और संघर्षों के लिए महत्वपूर्ण होते हैं।