Wednesday, October 9, 2024

झांसी की रानी

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NCERT Solutions for Class 6 Hindi Chapter 8

बचपन और शिक्षा:

छबिली नाम की लड़की के रूप में, लक्ष्मीबाई एक राजकुमारी के तौर पर पली-बढ़ीं। वह बचपन से ही बहादुर, जिज्ञासु और स्वतंत्रतापूर्वक सोचने वाली थीं। उन्हें शास्त्रों का ज्ञान दिया गया, लेकिन साथ ही तलवारबाजी, घुड़सवारी और युद्ध कौशल में भी उन्हें प्रशिक्षित किया गया। उनका झुकाव किताबों से ज्यादा बाहरी गतिविधियों की ओर था।

विवाह और शासन:

कम उम्र में ही उनका विवाह झांसी के महाराजा गंगाधर राव से हुआ था। दांपत्य जीवन सुखद रहा, लेकिन ज्यादा लंबा नहीं चला। कुछ सालों बाद राजा का देहांत हो गया और राज्य बिना उत्तराधिकारी के रह गया। अंग्रेजों की कुटिल चालों के बावजूद लक्ष्मीबाई ने दत्तक पुत्र को युवराज घोषित किया और खुद रानी के रूप में झांसी का शासन संभाला।

अंग्रेजों का विरोध:

उस समय अंग्रेज “डलहौजी सिद्धांत” के तहत राज्य हड़पने की नीति चला रहे थे। झांसी को भी उन्होंने अधीन करने की कोशिश की। उन्होंने बालक युवराज के शासनकाल में हस्तक्षेप कर उसे अमान्य घोषित कर दिया। इस धोखे से आगबबूला हुई रानी लक्षमीबाई ने अंग्रेजों का विरोध किया और झांसी की रक्षा के लिए स्वयं को समर्पित कर दिया।

वीरतापूर्ण संघर्ष:

अपनी रणनीतिक कुशलता और अदम्य साहस से रानी लक्षमीबाई ने अंग्रेजों से कई बार लोहा लिया। युद्धभूमि पर वे स्वयं आगे रहकर लड़ती थीं। उनकी वीरतापूर्ण कहानियां पूरे देश में फैल गईं और लोगों को स्वतंत्रता की लड़ाई के लिए प्रेरित करती थीं। उन्होंने कभी हार नहीं मानी और झांसी के एक-एक कण को बचाने के लिए लड़ती रहीं।

वीरगति:

अंग्रेजों की विशाल सेना से लड़ते हुए कई वीर योद्धा बलिदान हुए। अंत में ग्वालियर के किले में घिरी जाकर घायल अवस्था में भी उन्होंने हार नहीं मानी। लक्ष्मीबाई शत्रुओं के बीच अकेली लड़ती रहीं और वीरगति को प्राप्त हुईं। उनका बलिदान भारत के स्वतंत्रता संग्राम का एक मील का पत्थर माना जाता है।

NCERT Solutions for Class 6 Hindi Chapter 8

प्रश्न 1. कविता से

1. ‘किंतु कालगति चुपके-चुपके काली घटा घेर लाई ‘ (क) इस पंक्ति में किस घटना की ओर संकेत है? (ख) काली घटा घिरने की बात क्यों कही गई है?

उत्तर: क) इस पंक्ति में बताई गई घटना क्या है?
झांसी के राजा गंगाधर राव की मृत्यु यह पंक्ति बताती है।
ख) काली घटा घिरने का जिक्र क्यों किया गया?
काली घटा अंधेरे, पीड़ा और दुर्भाग्य का प्रतीक है। झांसी राज्य के लिए राजा गंगाधर राव की मृत्यु एक अप्रत्याशित और दुखद घटना थी। राजा की मृत्यु से राज्य में अंधेरा छा गया, दुःख का वातावरण बन गया और खतरा मंडराने लगा।

2. कविता की दूसरी पंक्ति में भारत को ‘बूढ़ा’ कहकर और उसमें ‘नयी जवानी’ आने की बात कहकर सुभद्रा कुमारी चौहान क्या बताना चाहती हैं?

उत्तर: कविता की दूसरी पंक्ति में भारत को ‘बूढ़ा’ कहकर सुभद्रा कुमारी चौहान:

भारत की दुर्लभ स्थिति: भारत लंबे समय से दासता का शिकार था।
साम्राज्य का विलय: मुगल साम्राज्य का पतन एक कमजोर और बिखरा हुआ देश बना।
सामाजिक दुर्गुण: अस्पृश्यता, जातिवाद और सांप्रदायिकता भारत में व्याप्त थीं।
राजनीतिक अस्थिरता: भारत में कई छोटे-छोटे राजा एक दूसरे से लड़ते रहते थे।


उसमें ‘नयी जवानी’ का प्रवेश बताते हुए:
स्वतंत्रता आंदोलन का जन्म:
19वीं और 20वीं शताब्दी में भारत में स्वतंत्रता संग्राम की शुरुआत हुई।
युवा उत्साह: युवा पीढ़ी देश की स्वतंत्रता चाहती थी।
क्रान्तिकारी विचारों का फैलाना: क्रांतिकारी विचार फैल रहे थे।
राष्ट्रीय भावना का प्रदर्शन: लोगों में देशभक्ति का जागरण हो रहा है

3. झाँसी की रानी के जीवन की कहानी अपने शब्दों में लिखो और यह भी बताओ कि उनका बचपन तुम्हारे बचपन से कैसे अलग था ?

उत्तर: बचपन: झाँसी की रानी का जन्म 19 नवंबर 1828 को वाराणसी में हुआ था। उनका बचपन का नाम ‘मणिकर्णिका’ था। वे बचपन से ही बहादुर, स्वतंत्रता प्रेमी और साहसी थीं। उन्हें तलवारबाजी, घुड़सवारी और युद्ध कला में प्रशिक्षण दिया गया था। उनका बचपन आज के बच्चों के बचपन से बहुत अलग था। उस समय लड़कियों को शिक्षा और प्रशिक्षण नहीं दिया जाता था, लेकिन मणिकर्णिका को उनके पिता ने शिक्षा और प्रशिक्षण दिलाया।

विवाह और शासन: 1842 में उनका विवाह झाँसी के राजा गंगाधर राव से हुआ। 1853 में राजा गंगाधर राव की मृत्यु के बाद मणिकर्णिका झाँसी की रानी बन गईं। उस समय झाँसी एक छोटा राज्य था और अंग्रेजों ने इसे हड़पने की कोशिश की।

अंग्रेजों के खिलाफ संघर्ष: झाँसी की रानी ने अंग्रेजों के खिलाफ वीरतापूर्वक युद्ध लड़ा। उन्होंने अपनी सेना का नेतृत्व किया और कई युद्धों में जीत हासिल की। वे एक कुशल योद्धा थीं और उनकी वीरता की कहानियाँ पूरे देश में फैल गईं।

वीरगति: 1858 में झाँसी का किला अंग्रेजों के हाथों में आ गया। रानी ने किले से भागने का प्रयास किया, लेकिन वे घायल हो गईं। 18 जून 1858 को वीरगति को प्राप्त हुईं।

उनका बचपन मेरे बचपन से कैसे अलग था:

शिक्षा और प्रशिक्षण: मुझे शिक्षा और प्रशिक्षण मिल रहा है, लेकिन उस समय लड़कियों को शिक्षा और प्रशिक्षण नहीं दिया जाता था।

स्वतंत्रता: मुझे स्वतंत्रता है, लेकिन उस समय लड़कियों को स्वतंत्रता नहीं थी।

सुरक्षा: मुझे सुरक्षा मिल रही है, लेकिन उस समय लड़कियों को सुरक्षा नहीं थी।

उनके जीवन से हमें सीख मिलती है:

हमें हमेशा देश के

 लिए लड़ने के लिए तैयार रहना चाहिए।

हमें कभी भी हार नहीं माननी चाहिए।

हमें हमेशा साहसी और बहादुर रहना चाहिए।

4. वीर महिला की इस कहानी में कौन-कौन से पुरुषों के नाम आए हैं ? इतिहास की कुछ अन्य वीर स्त्रियों की कहानियाँ खोजो ।

उत्तर: एक बहादुर महिला की कहानी में इनमें से कुछ पुरुषों के नाम बताएं:

राजा गंगाधर राव: जिन्होंने रानी लक्ष्मीबाई से विवाह किया, वे झाँसी के राजा थे।

युवराज दामोदर राव: राजा गंगाधर राव और रानी लक्ष्मीबाई झाँसी के पुत्र

नाना साहब धोंडोपंत: वह एक बहादुर योद्धा और रानी लक्ष्मीबाई के सेनापति थे

तात्या टोपे: 1857 के विद्रोह के एक महत्वपूर्ण नेता और रानी लक्ष्मीबाई के सहयोगी।

अजीमुल्लाह: 1857 की क्रांति के एक महत्वपूर्ण नेता और रानी लक्ष्मीबाई के सहयोगी

ठाकुर कारसिंह: 1857 के विद्रोह में एक महत्वपूर्ण नेता और रानी लक्ष्मीबाई के सहयोगी

इतिहास में साहसी महिलाओं के बारे में कुछ और कहानियाँ:

श्री रानी चेन्नम्मा: कित्तूर की रानी, ​​​​ब्रिटिशों के खिलाफ बहादुरी से लड़ीं।

बेगम हज़रत महल: अवध की बेगम जिन्होंने 1857 के विद्रोह के दौरान बहुत बड़ा योगदान दिया।

कस्तूरबा जी: महात्मा गांधी की पत्नी जिनका स्वतंत्रता संग्राम में प्रमुख योगदान था।

सरोजिनी नायडू: स्वतंत्रता सेनानी, कवयित्री और भारत की पहली महिला राज्यपाल

इंदिरा गांधी: उन्होंने अपने देश को कई कठिनाइयों से बचाया क्योंकि वह भारत की पहली महिला प्रधान मंत्री हैं

ये साहसी महिलाएं अपनी कहानियों से हमें प्रेरित करती हैं:

देशभक्ति: इन वीर महिलाओं ने अपने देश के लिए अपना सब कुछ कुर्बान कर दिया।

वीरता: इन साहसी महिलाओं ने अंग्रेजों जैसे दुर्जेय दुश्मनों के खिलाफ साहसपूर्वक लड़ाई लड़ी।

नेतृत्व: इन बहादुर महिलाओं ने दूसरों को प्रेरित किया और दूसरों से प्रेरित हुईं।

प्रश्न 2. अनुमान और कल्पना

1. कविता में किस दौर की बात है ? कविता से उस समय के माहौल के बारे में क्या पता चलता है?

उत्तर:  कविता “झांसी की रानी” में 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के दौर की बात है।

कविता से उस समय के माहौल के बारे में निम्नलिखित बातें पता चलती हैं:

1. देशभक्ति और क्रांति का भाव:

कविता में रानी लक्ष्मीबाई के वीरतापूर्ण कार्यों का वर्णन किया गया है। उनके साहस और देशभक्ति ने लोगों को प्रेरित किया और उन्हें क्रांति के लिए तैयार किया।

2. अंग्रेजों के खिलाफ आक्रोश:

कविता में अंग्रेजों के अत्याचारों का भी वर्णन किया गया है। लोगों में अंग्रेजों के खिलाफ आक्रोश था और वे उन्हें देश से बाहर निकालना चाहते थे।

3. महिलाओं का सशक्तिकरण:

रानी लक्ष्मीबाई ने महिलाओं के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण स्थापित किया। उन्होंने साबित किया कि महिलाएं भी पुरुषों के समान वीरता और साहस का प्रदर्शन कर सकती हैं।

4. सामाजिक एकता:

कविता में विभिन्न जातियों और धर्मों के लोगों को एकजुट होकर अंग्रेजों के खिलाफ लड़ते हुए दिखाया गया है। यह सामाजिक एकता का प्रतीक है।

5. बलिदान की भावना:

कविता में रानी लक्ष्मीबाई और उनके सहयोगियों के बलिदान का भी वर्णन किया गया है। उनकी बलिदान की भावना ने लोगों को प्रेरित किया और उन्हें स्वतंत्रता के लिए लड़ने के लिए प्रेरित किया।

2. लक्ष्मीबाई के समय में ज़्यादा लड़कियाँ ‘वीरांगना’ नहीं हुईं क्योंकि लड़ना उनका काम नहीं माना जाता था। भारतीय सेनाओं में अब क्या स्थिति है ? पता करो।

उत्तर: लक्ष्मीबाई के समय में लड़कियों के वीरांगना न होने के कारण:

1. सामाजिक मानदंड:

उस समय लड़कियों को घर के कामों तक सीमित रखा जाता था। उन्हें लड़ाई-झगड़े में भाग लेने की अनुमति नहीं थी।

2. शिक्षा और प्रशिक्षण की कमी:

लड़कियों को शिक्षा और प्रशिक्षण नहीं दिया जाता था, जिसके कारण वे युद्ध में भाग लेने के लिए तैयार नहीं थीं।

3. लैंगिक भेदभाव:

लड़कियों को कमजोर और पुरुषों से कम सक्षम माना जाता था। उन्हें युद्ध के लिए आवश्यक शारीरिक और मानसिक क्षमता नहीं समझा जाता था।

4. सामाजिक दबाव:

लड़कियों पर सामाजिक दबाव था कि वे विनम्र और शांत रहें। उन्हें वीरतापूर्ण कार्यों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित नहीं किया जाता था।

भारतीय सेनाओं में अब क्या स्थिति है:

1. महिलाओं की बढ़ती भागीदारी:

भारतीय सेनाओं में महिलाओं की भागीदारी धीरे-धीरे बढ़ रही है। अब महिलाएं सेना के सभी अंगों में शामिल हो सकती हैं, जिसमें सेना, नौसेना और वायु सेना शामिल हैं।

2. समान अवसर:

महिलाओं को पुरुषों के समान अवसर और प्रशिक्षण दिया जाता है। उन्हें सेना में उच्च पदों पर भी नियुक्त किया जाता है।

3. सामाजिक बदलाव:

समाज में महिलाओं के प्रति दृष्टिकोण में बदलाव आया है। अब महिलाओं को पुरुषों के समान सक्षम माना जाता है।

4. प्रेरणादायक उदाहरण:

झांसी की रानी लक्ष्मीबाई और अन्य वीरांगनाओं के प्रेरणादायक उदाहरणों ने महिलाओं को सेना में शामिल होने के लिए प्रेरित किया है।

NCERT Solutions for Class 6 Hindi Chapter 8

FAQ’s

Class 6 Hindi Chapter 8 में झांसी की रानी की कहानी क्या है?

Class 6 Hindi Chapter 8 में झांसी की रानी रानी लक्ष्मीबाई की कहानी है, जो अपने साहस और वीरता के लिए जानी जाती हैं। उन्होंने 1857 के स्वतंत्रता संग्राम में अंग्रेजों के खिलाफ बहादुरी से लड़ाई लड़ी।

Class 6 Hindi Chapter 8 में झांसी की रानी की किस लड़ाई का वर्णन है?

Class 6 Hindi Chapter 8 में झांसी की रानी द्वारा अंग्रेजों के खिलाफ लड़ी गई 1857 की क्रांति का वर्णन है। इस अध्याय में उनके संघर्ष और बलिदान की कहानी बताई गई है।

Class 6 Hindi Chapter 8 के अनुसार झांसी की रानी की मृत्यु कैसे हुई?

Class 6 Hindi Chapter 8 के अनुसार, झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की मृत्यु 1858 में अंग्रेजों के साथ युद्ध करते हुए हुई। उन्होंने बहादुरी से लड़ाई लड़ी और वीरगति को प्राप्त हुईं।

Class 6 Hindi Chapter 8 का उद्देश्य क्या है?

Class 6 Hindi Chapter 8 का उद्देश्य विद्यार्थियों को झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की वीरता और देशभक्ति की कहानी से प्रेरित करना और उन्हें भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महत्वपूर्ण पहलुओं से अवगत कराना है।

Class 6 Hindi Chapter 8 में झांसी की रानी की भूमिका कैसे प्रस्तुत की गई है?

Class 6 Hindi Chapter 8 में झांसी की रानी की भूमिका को एक बहादुर और दृढ़ निश्चयी योद्धा के रूप में प्रस्तुत किया गया है, जो अपने राज्य और लोगों की स्वतंत्रता के लिए लड़ती हैं।

Class 6 Hindi Chapter 8 के लिए झांसी की रानी के बारे में और अधिक जानकारी कहाँ से प्राप्त कर सकते हैं?

Class 6 Hindi Chapter 8 के लिए झांसी की रानी के बारे में अधिक जानकारी NCERT की पाठ्यपुस्तकों में और विभिन्न शैक्षणिक वेबसाइटों पर उपलब्ध है। इसके अलावा, झांसी की रानी पर आधारित किताबें और दस्तावेज भी पढ़ सकते हैं।

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