Wednesday, February 5, 2025

कैदी और कोकिला

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“कैदी और कोकिला” कविता माखनलाल चतुर्वेदी द्वारा रचित एक मार्मिक रचना है जो ब्रिटिश शासन के दौरान जेल में बंद एक कैदी की मनोदशा को दर्शाती है। कविता में कैदी की पीड़ा और देश के प्रति उनकी चिंता को प्रभावशाली ढंग से व्यक्त किया गया है।

कविता में कैदी जेल की कोठरी में बंद है, जहां उसे अनेक कष्टों का सामना करना पड़ रहा है। भूख, प्यास, और अत्याचारों ने उसका जीवन दुर्दशा में डाल दिया है। इस कठिन परिस्थिति में, कैदी को जेल के बाहर कोयल की मधुर आवाज सुनाई देती है। कोयल की आवाज उसे स्वतंत्रता की याद दिलाती है, जो उससे छीन ली गई है।

कैदी कोयल से ईर्ष्या करता है, क्योंकि वह आज़ाद है और पूरे मन से गीत गा सकती है। वह अपने देश की भी चिंता करता है, जो गुलामी की बेड़ियों में जकड़ा हुआ है। वह चाहता है कि कोयल अपनी आवाज़ के माध्यम से देश की स्वतंत्रता का संदेश फैलाए।

कविता में कैदी की पीड़ा, देशभक्ति की भावना, और स्वतंत्रता के प्रति आकांक्षा को मार्मिक ढंग से व्यक्त किया गया है। यह कविता भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के दौरान देशभक्ति की भावना को जागृत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

प्रश्न- अभ्यास

1. कोयल की कूक सुनकर कवि की क्या प्रतिक्रिया थी?

उत्तर :

कविता में कैदी कोयल की कूक सुनकर विरोधाभासी भावनाओं से गुजरता है। एक ओर, वह कोयल की स्वतंत्रता को देखकर ईर्ष्या से भर जाता है। जेल की कोठरी में बंद कैदी के लिए कोयल का आकाश में स्वच्छंद विचरण एक कष्टदायक दृश्य है। वह अपनी स्वतंत्रता से वंचित है, जबकि कोयल आकाश में मुक्त रूप से उड़ रही है और मधुर स्वरों में गा रही है।

2. कवि ने कोकिल के बोलने के किन कारणों की संभावना बताई ?

उत्तर :

कवि ने कोयल के अचानक और बेचैन होकर बोलने के कई संभावित कारणों पर विचार किया है। उसे लगता है कि कोयल शायद कोई महत्वपूर्ण संदेश लेकर आई है। यह संदेश देश की स्थिति या किसी अन्य महत्वपूर्ण घटना से संबंधित हो सकता है। कवि यह भी सोचता है कि हो सकता है कोयल ने कहीं दावानल की लपटें देख ली हों और इसीलिए वह इतनी बेचैन होकर बोल रही है। कवि को यह भी लगता है कि स्थिति इतनी गंभीर है कि कोयल सुबह का इंतजार नहीं कर पाई और रात के अंधेरे में ही यह संदेश देने आई है। इन संभावित कारणों से कवि अत्यंत व्याकुल हो उठता है और वह जानना चाहता है कि आखिर कोयल क्या संदेश देना चाहती है।

3. किस शासन की तुलना तम के प्रभाव से की गई है और क्यों?

उत्तर : 

कवि ने अंग्रेजी शासन की तुलना तम से की है, क्योंकि इस शासनकाल में भारत अंधकारमय युग में प्रवेश कर गया था। अंग्रेजी शासन ने भारतीयों के जीवन में अंधेरा घटा दिया था। भारतीयों को अनेक प्रकार के अत्याचारों का सामना करना पड़ रहा था। उन्हें बेवजह सजाएँ दी जाती थीं, उनके अधिकारों का हनन होता था और उन्हें गुलाम की तरह जीवन जीने के लिए मजबूर किया जाता था। स्वतंत्रता छिन जाने के कारण देश में एक दमनकारी वातावरण व्याप्त था। लोग डरे हुए और दबे हुए थे। उन्हें अपनी आवाज उठाने का अधिकार नहीं था। कवि ने तम के माध्यम से इस बात को दर्शाया है कि अंग्रेजी शासन ने भारतीयों के जीवन में अंधेरा भर दिया था और उन्हें मानसिक, सामाजिक और आर्थिक रूप से दबाया था। इस शासन ने भारत के विकास को बाधित किया और देश की समृद्धि को छीन लिया।

4. कविता के आधार पर पराधीन भारत की जेलों में दी जाने वाली यंत्रणाओं का वर्णन कीजिए।

उत्तर : 

कविता “कैदी और कोकिला” में पराधीन भारत की जेलों में कैदियों को दी जाने वाली यातनाओं का मार्मिक चित्रण किया गया है। कैदी भूख, प्यास, और अत्यधिक शारीरिक श्रम से ग्रस्त थे। उन्हें अक्सर पीटा जाता था और उनके साथ क्रूरतापूर्ण व्यवहार किया जाता था। जेल की परिस्थितियाँ अत्यंत दयनीय थीं। कैदियों को स्वच्छ पानी और स्वच्छ वातावरण नहीं मिलता था। मानसिक रूप से भी कैदियों को अत्यधिक पीड़ा सहनी पड़ती थी। उन्हें अकेले कमरों में बंद कर दिया जाता था, जिससे उन्हें अत्यधिक मानसिक कष्ट होता था। उन्हें लगातार डराया और धमकाया जाता था। उनके साथ अमानवीय व्यवहार किया जाता था और उनकी गरिमा को चोट पहुंचाई जाती थी। कैदियों को लगातार अन्याय का सामना करना पड़ता था और उन्हें लगता था कि उन्हें बेवजह सजा दी जा रही है। इस प्रकार, कविता में पराधीन भारत की जेलों में कैदियों की दयनीय स्थिति को बहुत ही मार्मिक ढंग से चित्रित किया गया है।

5. भाव स्पष्ट कीजिए-

(क) मृदुल वैभव की रखवाली-सी, कोकिल बोलो तो!

(ख) हूँ मोट खींचता लगा पेट पर जूआ, खाली करता हूँ ब्रिटिश अकड़ का कूँआ।

उत्तर : 

(क) कवि कोयल की मीठी और मधुर आवाज़ से मोहित है। वह कोयल की आवाज़ को इतना सुरीला मानता है कि मानो वह किसी मृदुल वैभव की रखवाली कर रही हो। यानी कोयल की आवाज़ इतनी कोमल और मधुर है कि वह किसी कोमल और भव्य वस्तु की रक्षा कर रही हो।

(ख) कवि कह रहा है कि वह एक मोटे रस्से को अपने पेट पर लपेटकर खींच रहा है। यह रस्सा ब्रिटिश शासन के अहंकार का प्रतीक है। कवि इस रस्से को खींचकर ब्रिटिश शासन के अहंकार को खाली करने का प्रयास कर रहा है।

6. अद्धरात्रि में कोयल की चीख से कवि को क्या अंदेशा है?

उत्तर : 

अर्धरात्रि में कोयल की चीख से कवि को एक गहरा अंदेशा होता है। आमतौर पर कोयल सुबह के समय गाती है, लेकिन अर्धरात्रि में उसका गाना एक असामान्य घटना है। कोयल की आवाज में शोक और व्यथा झलकती है, जो कवि को अत्यंत चिंतित कर देती है। वह महसूस करता है कि कोयल अपनी इस आवाज के माध्यम से देश की दुर्दशा और लोगों की पीड़ा को व्यक्त कर रही है। अंग्रेजी शासन के अत्याचारों के कारण देश की जनता दुखी है और कोयल भी इस दुख को महसूस कर रही है। कोयल की चीख कवि को देश की दयनीय स्थिति और लोगों की पीड़ा का एहसास कराती है और उसे देश की आजादी के लिए संघर्ष करने के लिए प्रेरित करती है।

7. कवि को कोयल से ईर्ष्या क्यों हो रही है?

उत्तर : 

कवि कोयल से ईर्ष्या इसलिए होती है क्योंकि वह स्वयं जेल में कैद है और अपनी स्वतंत्रता से वंचित है। जबकि कोयल आकाश में स्वच्छंद विचरण करती है और अपनी मधुर आवाज से प्रकृति का आनंद ले रही है। कवि अपनी इस दयनीय स्थिति को देखकर और कोयल की स्वतंत्रता को देखकर ईर्ष्या से भर जाता है। वह सोचता है कि वह भी एक मुक्त पंछी की तरह आकाश में उड़ना चाहता है, लेकिन उसे जेल की चार दीवारियों के भीतर कैद रहना पड़ रहा है। कोयल की स्वतंत्रता उसके सामने एक विरोधाभास की तरह खड़ी होती है और उसे अपनी दयनीय स्थिति का और अधिक एहसास कराती है। यह ईर्ष्या केवल व्यक्तिगत स्तर पर ही नहीं बल्कि सामाजिक स्तर पर भी है। वह अपने देश की गुलामी और लोगों की पीड़ा को भी महसूस कर रहा है और चाहता है कि देश जल्द से जल्द गुलामी की बेड़ियों से मुक्त हो।

8. कवि के स्मृति पटल पर कोयल के गीतों की कौन सी मधुर स्मृतियाँ अंकित हैं, जिन्हें वह अब नष्ट करने पर तुली है?

उत्तर : 

कवि के स्मृति पटल पर कोयल के गीतों की मधुर स्मृतियाँ अंकित हैं। ये स्मृतियाँ उसे उसकी स्वतंत्रता, खुशी और प्रकृति के साथ उसके गहरे जुड़ाव की याद दिलाती हैं। वह याद करता है कि कैसे वह बचपन में इन गीतों को सुनकर प्रफुल्लित हो उठता था और प्रकृति के साथ एकाकार हो जाता था। इन गीतों ने उसके मन में खुशी और उल्लास का संचार किया था। लेकिन अब, जेल की चार दीवारियों के भीतर कैद होकर, वह इन स्मृतियों को संजोए रखने में असमर्थ महसूस करता है। इन स्मृतियों को याद करके वह और अधिक दुखी होता है और अपनी वर्तमान दयनीय स्थिति का एहसास और भी गहरा हो जाता है। इसलिए, कवि इन स्मृतियों को भुलाकर अपनी वर्तमान स्थिति को स्वीकार करना चाहता है, हालांकि यह उसके लिए एक कठिन कार्य है।

9. हथकड़ियों को गहना क्यों कहा गया है ?

उत्तर : 

कवि ने हथकड़ियों को “गहना” कहकर एक गहरा प्रतीकात्मक अर्थ व्यक्त किया है। ये हथकड़ियाँ उसके लिए केवल शारीरिक बंधन नहीं हैं, बल्कि उसके संघर्ष, बलिदान और देशभक्ति का प्रतीक हैं। वह इन हथकड़ियों को अंग्रेजी शासन के प्रतीक के रूप में देखता है, जो उसे उसकी स्वतंत्रता से वंचित कर रहा है। लेकिन साथ ही, वह इन हथकड़ियों को अपने गौरव का प्रतीक भी मानता है। ये हथकड़ियाँ उसे याद दिलाती हैं कि वह देश की आजादी के लिए संघर्ष कर रहा है और अपने बलिदान के माध्यम से देश की सेवा कर रहा है। इस प्रकार, कवि ने हथकड़ियों को एक साधारण वस्तु से परे ले जाकर उन्हें एक गहरे प्रतीकात्मक अर्थ से जोड़ा है।

10. ‘काली तू …. ऐ आली!’ – इन पंक्तियों में ‘काली’ शब्द की आवृत्ति से उत्पन्न चमत्कार का विवेचन कीजिए।

उत्तर : 

‘काली तू …. ऐ आली!’ कविता में ‘काली’ शब्द की आवृत्ति से उत्पन्न चमत्कार कविता को एक अद्वितीय पहचान देता है। यह शब्द कविता में कई स्तरों पर अर्थ और भाव को गहरा बनाता है। यह कवि की पीड़ा, निराशा और विद्रोह की भावनाओं को बड़ी ही प्रभावशाली ढंग से व्यक्त करता है।

11. काव्य-सौंदर्य स्पष्ट कीजिए-

(क) किस दावानल की ज्वालाएँ हैं दीखीं?

(ख) तेरे गीत कहावें वाह, रोना भी है मुझे गुनाह !

देख विषमता तेरी मेरी बजा रही तिस पर रणभेरी !

उत्तर:

(क) 

  • अलंकार: यह पंक्ति उत्प्रेक्षा अलंकार का एक सुंदर उदाहरण है।
  • अर्थ: कवि यहां किसी अज्ञात आग की लपटों का वर्णन कर रहा है। यह आग प्रतीकात्मक है और संभवतः देश की दशा, अत्याचार या किसी अन्य भावना को दर्शाती है।
  • सौंदर्य: इस पंक्ति में शब्दों का चयन अत्यंत प्रभावशाली है। ‘दावानल’ शब्द आग की तीव्रता को दर्शाता है और पाठक के मन में एक तीव्र छवि उतारता है। ‘दीखीं’ शब्द इस दृश्य को और अधिक स्पष्ट करता है।

(ख) 

  • विरोधाभास: इन पंक्तियों में विरोधाभास का अद्भुत प्रयोग किया गया है। एक ओर कवि दूसरे व्यक्ति के गीतों की प्रशंसा कर रहा है, तो दूसरी ओर वह अपनी स्थिति पर रोना भी चाहता है।
  • अर्थ: कवि यहां अपनी और दूसरे व्यक्ति के बीच की विसंगति को दर्शा रहा है। एक ओर वह दूसरे व्यक्ति की खुशी और सफलता को देखकर प्रसन्न है, तो दूसरी ओर वह अपनी असफलता और दुःख से व्यथित है।
  • सौंदर्य: ‘रणभेरी’ शब्द का प्रयोग यहां बहुत ही प्रभावशाली है। यह शब्द युद्ध की घोषणा करता है और कवि की आंतरिक उथल-पुथल को दर्शाता है।

रचना और अभिव्यक्ति

12. कवि जेल के आसपास अन्य पक्षियों का चहकना भी सुनता होगा लेकिन उसने कोकिला की ही बात क्यों की है ?

उत्तर : 

कवि ने कोकिला को इसलिए चुना क्योंकि कोकिला की आवाज़ उसकी मनोदशा और स्थिति को बखूबी व्यक्त करती है। कोकिला की स्वतंत्रता, मधुर स्वर और प्रतीकात्मक महत्व कवि के लिए एक भावनात्मक प्रतीक बन जाते हैं।

13. आपके विचार से स्वतंत्रता सेनानियों और अपराधियों के साथ एक-सा व्यवहार क्यों किया जाता होगा?

उत्तर : 

स्वतंत्रता सेनानियों और अपराधियों के साथ एक-सा व्यवहार किया जाना एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है जो अक्सर सत्ताधारी वर्गों द्वारा अपनाई जाती है। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं। सबसे महत्वपूर्ण कारणों में से एक है सत्ता को बनाए रखने की इच्छा। स्वतंत्रता सेनानी मौजूदा शासन व्यवस्था को चुनौती देते हैं और बदलाव की मांग करते हैं। सत्ताधारी वर्ग, अपनी सत्ता को बचाने के लिए, उन्हें दबाने का प्रयास करता है और उन्हें अपराधी करार देकर उनके समर्थन को कमजोर करता है। इसके अलावा, सत्ताधारी वर्ग जनता में डर और भय फैलाने के लिए भी स्वतंत्रता सेनानियों को अपराधी करार देता है। इससे लोग विद्रोह करने से डरते हैं और सत्ताधारी वर्ग के खिलाफ खड़े होने से बचते हैं। इसके साथ ही, सत्ताधारी वर्ग अपने शासन को वैध ठहराने के लिए इतिहास को फिर से लिखते हैं और स्वतंत्रता सेनानियों को अपराधी करार देकर अपनी छवि को निखारने का प्रयास करते हैं। यह एक दुखद सच्चाई है कि इतिहास अक्सर सत्ताधारी वर्ग के दृष्टिकोण से लिखा जाता है और स्वतंत्रता सेनानियों को न्याय नहीं मिल पाता है।

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Dr. Upendra Kant Chaubey
Dr. Upendra Kant Chaubeyhttps://education85.com
Dr. Upendra Kant Chaubey, An exceptionally qualified educator, holds both a Master's and Ph.D. With a rich academic background, he brings extensive knowledge and expertise to the classroom, ensuring a rewarding and impactful learning experience for students.
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