NCERT Solutions for Class 6 Hindi Chapter 10
नेहरू जी द्वारा लिखित एक पत्र के बारे में बात हो रही है, जिसका नाम “विश्व एक पुस्तक है” है और यह 6वीं कक्षा के हिंदी पाठ्यक्रम “वसंत” में शामिल है। इस पत्र में नेहरू जी ने बच्चों को विश्व के एक अद्वितीय दृष्टिकोण से परिचित कराने का प्रयास किया है और उन्हें सीखने और समझने के लिए प्रेरित किया है।
नेहरू जी का मानना है कि पूरी दुनिया एक विशाल पुस्तक है, जिसमें ज्ञान और अनुभवों का खजाना छिपा है। इस पुस्तक में हर पेड़, पत्थर, नदी, और जीव-जंतु के संदर्भ में बताया गया है। पहाड़ हमें इतिहास की कहानियां सिखाते हैं, नदियां समय के प्रवाह को दिखाती हैं, चट्टानें पृथ्वी के अतीत की रहस्यमय कहानियां बताती हैं, और जीव-जंतु हमें जीवन के रहस्यों की अनूठी पहचान करवाते हैं।
यह पत्र हमें सिर्फ चीजों को देखने के लिए ही नहीं, बल्कि उनके विचारों को गहराई से समझने के लिए भी प्रेरित करता है। जिज्ञासु मन से विचार करना ही सही मार्ग है जो हमें प्रकृति से सीखने का मार्ग प्रदान करता है। सूर्य की गरमी का अनुभव करें, नदी के पानी को स्पर्श करें, पेड़ों की पत्तियों की हलचल सुनें – हर अनुभव हमें कुछ नया सिखा सकता है।
NCERT Solutions for Class 6 Hindi Chapter 10
प्रश्न 1. पत्र से
1. लेखक ने ‘प्रकृति के अक्षर‘ किन्हें कहा है?
उत्तर : लेखक ने ‘प्रकृति के अक्षर’ पहाड़ों, नदियों, समुद्रों, सितारों, जंगलों, जानवरों की हड्डियों और अन्य प्राकृतिक चीजों को कहा है। इन चीजों के माध्यम से हम प्रकृति के इतिहास और उसके विकास को समझ सकते हैं।
जैसे:
- पहाड़: पहाड़ों की चट्टानें लाखों-करोड़ों वर्षों की कहानी कहती हैं। इन चट्टानों में जीवाश्म मिलते हैं जो हमें यह बताते हैं कि पहले किस तरह के जीव इस धरती पर रहते थे।
- नदियाँ: नदियाँ अपने साथ मिट्टी और रेत लाती हैं। इन मिट्टी और रेत में कई तरह के जीव-जंतु और पौधे होते हैं। इनसे हमें यह पता चलता है कि नदी के किनारे किस तरह का जीवन होता था।
- समुद्र: समुद्र में भी कई तरह के जीव-जंतु और पौधे होते हैं। समुद्र के पानी में घुले हुए खनिज पदार्थों से भी हमें यह पता चलता है कि समुद्र में किस तरह का जीवन होता था।
- सितारे: सितारों और ग्रहों की गति से हमें यह पता चलता है कि समय कैसे बदलता है।
- जंगल: जंगलों में कई तरह के पेड़-पौधे और जीव-जंतु होते हैं। इनसे हमें यह पता चलता है कि जंगल में किस तरह का जीवन होता था।
- जानवरों की हड्डियाँ: जानवरों की हड्डियों से हमें यह पता चलता है कि पहले किस तरह के जानवर इस धरती पर रहते थे।
इस प्रकार, लेखक ने ‘प्रकृति के अक्षर’ उन सभी चीजों को कहा है जो हमें प्रकृति के इतिहास और उसके विकास के बारे में जानकारी देते हैं।
2. लाखों–करोड़ों वर्ष पहले हमारी धरती कैसी थी ?
उत्तर : जवाहरलाल नेहरू द्वारा लिखित “संसार पुस्तक है” पत्र में लाखों-करोड़ों वर्ष पहले धरती की स्थिति का वर्णन किया गया है।
उस समय धरती:
- अत्यंत गर्म: धरती एक पिघले हुए गोले की तरह थी, ज्वालामुखी फूट रहे थे और भूकंप आ रहे थे।
- जीवन रहित: वायुमंडल में ऑक्सीजन कम और कार्बन डाइऑक्साइड अधिक था, जो जीवन के लिए अनुपयुक्त था।
- वायुमंडल भिन्न: वायुमंडल में जहरीली गैसें अधिक थीं, जो आज के वायुमंडल से बिलकुल अलग था।
- पानी का अभाव: धरती पर पानी बहुत कम था, और जो भी था वह वाष्पित हो रहा था।
समय के साथ:
- धीरे–धीरे ठंडी हुई: धरती धीरे-धीरे ठंडी हुई, जिससे ज्वालामुखी और भूकंप कम हुए।
- वायुमंडल में बदलाव: ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ी और कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा कम हुई।
- पानी का आगमन: धरती पर पानी आया, जिससे समुद्र और महासागर बने।
- जीवन का विकास: अनुकूल परिस्थितियों में, धरती पर सूक्ष्मजीवों का विकास हुआ, और धीरे-धीरे विभिन्न प्रकार के पौधे और जीव विकसित हुए।
3. दुनिया का पुराना हाल किन चीज़ों से जाना जाता है? कुछ चीज़ों के नाम लिखो ।
उत्तर : 1. पहाड़ और चट्टानें: पहाड़ और चट्टानें लाखों-करोड़ों वर्षों से धरती पर मौजूद हैं। इनमें जीवाश्म और अन्य प्राकृतिक निशान होते हैं जो हमें धरती के शुरुआती दिनों के बारे में जानकारी देते हैं।
2. नदियाँ और समुद्र: नदियाँ और समुद्र धरती पर जीवन का आधार हैं। इनमें भी कई तरह के जीवाश्म और अन्य प्राकृतिक निशान होते हैं जो हमें धरती के इतिहास के बारे में जानकारी देते हैं।
3. पेड़–पौधे और जीव–जंतु: पेड़-पौधे और जीव-जंतु धरती के पारिस्थितिकी तंत्र का हिस्सा हैं। इनके विकास और परिवर्तन से हमें धरती के इतिहास के बारे में जानकारी मिलती है।
4. मानव निर्मित वस्तुएं: मानव निर्मित वस्तुएं भी हमें धरती के इतिहास के बारे में जानकारी देती हैं। इनमें प्राचीन सभ्यताओं के अवशेष, औजार, कलाकृतियाँ और अन्य वस्तुएं शामिल हैं।
कुछ चीज़ों के नाम:
- पहाड़: हिमालय, एंडीज, रॉकी पर्वत
- चट्टानें: ग्रैंड कैन्यन, गिजा का पिरैमिड
- नदियाँ: गंगा, नील, अमेज़ॅन
- समुद्र: अटलांटिक महासागर, प्रशांत महासागर, हिंद महासागर
- पेड़–पौधे: विशालकाय सिकोइया, विशालकाय बाओबाब
- जीव–जंतु: डायनासोर, मैमथ, ब्लू व्हेल
- मानव निर्मित वस्तुएं: ताजमहल, स्टोनहेंज, माचू पिचू
4. गोल, चमकीला रोड़ा अपनी क्या कहानी बताता है?
उत्तर : वह पहले एक चट्टान का हिस्सा था। एक दिन, पानी के बहाव से वह चट्टान से अलग हो गया और एक नदी में बह गया। नदी में बहते हुए, वह कई तरह की बाधाओं से गुजरा और धीरे-धीरे गोल और चमकीला बन गया। अंत में, वह नदी के किनारे पर आकर रुक गया।
रोड़ा अपनी कहानी से हमें यह सिखाता है कि जीवन में कई तरह की बाधाएं आती हैं, लेकिन इन बाधाओं से गुजरकर ही हम मजबूत और चमकदार बन सकते हैं।
5. गोल, चमकीले रोड़े को यदि दरिया और आगे ले जाता तो क्या होता? विस्तार से उत्तर लिखो ।
उत्तर :
- रोड़ा और भी छोटा होता: दरिया की तेज धारा और रेत के घर्षण से रोड़ा और भी छोटा होता जाता।
- बालू का कण बनना: धीरे-धीरे, रोड़ा इतना छोटा हो जाता कि वह बालू के एक कण में बदल जाता।
- समुद्र में मिलना: दरिया के बहते पानी के साथ, बालू का कण समुद्र में पहुंच जाता।
- बालू के किनारे का हिस्सा बनना: समुद्र में, बालू का कण अन्य बालू के कणों के साथ मिलकर समुद्र तट का हिस्सा बन जाता।
- बच्चों का खेल: समुद्र तट पर, बच्चे बालू के कणों से खेलते, घरौंदे बनाते और मस्ती करते।
इस यात्रा के दौरान:
- रोड़ा कई जीवों का घर बनता: रोड़ा में छोटे-छोटे जीव रहने लगते, जैसे कि कीड़े, मकड़ी, और अन्य छोटे जीव।
- रोड़ा समुद्री जीवन का आधार बनता: बालू के कण समुद्री जीवन के लिए महत्वपूर्ण होते हैं, क्योंकि वे कई जीवों के लिए भोजन और आश्रय प्रदान करते हैं।
6. नेहरू जी ने इस बात का हलका – सा संकेत दिया है कि दुनिया कैसे शुरू हुई होगी। उन्होंने क्या बताया है? पाठ के आधार पर लिखो ।
उत्तर : नेहरू जी ने “संसार पुस्तक है” पत्र में दुनिया की शुरुआत के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें बताई हैं। उन्होंने बताया है कि:
1. धरती पहले बहुत गर्म थी: लाखों-करोड़ों वर्ष पहले धरती बहुत गर्म थी। उस समय धरती पर कोई जीव नहीं रह सकता था।
2. धीरे–धीरे धरती ठंडी हुई: समय के साथ धरती धीरे-धीरे ठंडी हुई। धरती के ठंडा होने से वातावरण में बदलाव आया और ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ी।
3. पानी का आगमन: धरती पर पानी आया, जिससे समुद्र और महासागर बने।
4. जीवन का विकास: अनुकूल परिस्थितियों में, धरती पर सूक्ष्मजीवों का विकास हुआ, और धीरे-धीरे विभिन्न प्रकार के पौधे और जीव विकसित हुए।
5. मनुष्य का विकास: लाखों-करोड़ों वर्षों के बाद, धरती पर मनुष्य का विकास हुआ।
नेहरू जी ने यह भी बताया है कि:
- धरती एक विशाल पुस्तक है, जिसके पन्ने पहाड़, नदियाँ, समुद्र, चट्टानें और जीव-जंतु हैं।
- इन पन्नों से हमें धरती के इतिहास और उसके विकास के बारे में ज्ञान प्राप्त होता है।
- हमें प्रकृति का सम्मान करना चाहिए और उसकी रक्षा करने की कोशिश करनी चाहिए।
प्रश्न 2. पत्र से आगे
1. लगभग हर जगह दुनिया की शुरुआत को समझाती हुई कहानियाँ प्रचलित हैं। तुम्हारे यहाँ कौन सी कहानी प्रचलित है ?
उत्तर : मेरे यहाँ, भारत में, कई तरह की कहानियाँ प्रचलित हैं, जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं:
- सृष्टि का निर्माण: ब्रह्मा जी द्वारा सृष्टि का निर्माण।
- मनु और शतरूपा: जलप्रलय के बाद मनु और शतरूपा से मानव जाति का जन्म।
- विष्णु का कूर्म अवतार: समुद्र मंथन के दौरान विष्णु का कूर्म अवतार।
- भगवान शिव का तांडव: भगवान शिव के तांडव से सृष्टि का विनाश और पुनर्निर्माण।
इन कहानियों के अलावा, कई लोक कथाएँ भी प्रचलित हैं जो दुनिया की शुरुआत के बारे में बताती हैं।
“संसार पुस्तक है” पत्र में नेहरू जी ने भी दुनिया की शुरुआत के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें बताई हैं।
उन्होंने बताया है कि:
- धरती पहले बहुत गर्म थी।
- धीरे-धीरे धरती ठंडी हुई।
- पानी का आगमन हुआ।
- जीवन का विकास हुआ।
- मनुष्य का विकास हुआ।
2. तुम्हारी पसंदीदा किताब कौन सी है और क्यों
उत्तर : मेरी पसंदीदा किताब चुनना बहुत मुश्किल है क्योंकि मुझे कई तरह की किताबें पढ़ना पसंद है।
लेकिन कुछ किताबें ऐसी हैं जो मेरे दिल के करीब हैं, जिनमें शामिल हैं:
- “संसार पुस्तक है” – जवाहरलाल नेहरू: यह किताब दुनिया के बारे में मेरे ज्ञान को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
- “रामायण” – वाल्मीकि: यह महाकाव्य मुझे जीवन के मूल्यों और नीतिशास्त्र के बारे में सिखाता है।
- “महाभारत” – व्यास: यह महाकाव्य मुझे मानव जीवन की जटिलता और विभिन्नता को समझने में मदद करता है।
- “गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर की रचनाएँ“: रवींद्रनाथ टैगोर की रचनाएँ मुझे प्रकृति और मानवता के प्रति प्रेम से प्रेरित करती हैं।
- “अमृतलाल नागर की रचनाएँ“: अमृतलाल नागर की रचनाएँ मुझे हिंदी भाषा और साहित्य की समृद्धि का अनुभव कराती हैं।
3. मसूरी और इलाहाबाद भारत के किन प्रांतों के शहर हैं?
उत्तर : मसूरी उत्तराखंड राज्य का एक शहर है, जो हिमालय की तलहटी में स्थित है। यह अपनी प्राकृतिक सुंदरता, हरी-भरी पहाड़ियों, और मनमोहक मौसम के लिए जाना जाता है।
इलाहाबाद (जिसे अब प्रयागराज के नाम से जाना जाता है) उत्तर प्रदेश राज्य का एक शहर है, जो गंगा और यमुना नदियों के संगम पर स्थित है। यह एक ऐतिहासिक और धार्मिक शहर है, जो अपनी धार्मिक महत्व, ऐतिहासिक स्मारकों, और सांस्कृतिक विरासत के लिए जाना जाता है.
4. तुम जानते हो कि दो पत्थरों को रगड़कर आदि मानव ने आग की खोज की थी। उस युग में पत्थरों का और क्या–क्या उपयोग होता था ?
उत्तर : 1. औजार बनाना: आदि मानव पत्थरों को तराशकर विभिन्न प्रकार के औजार बनाते थे, जैसे कि चाकू, कुल्हाड़ी, भाला, और खुरपी। इन औजारों का उपयोग शिकार, खेती, और अन्य कार्यों के लिए किया जाता था।
2. हथियार बनाना: आदि मानव पत्थरों को तराशकर हथियार भी बनाते थे, जैसे कि तलवार, भाला, और ढाल। इन हथियारों का उपयोग शिकार और युद्ध के लिए किया जाता था।
3. आश्रय बनाना: आदि मानव पत्थरों का उपयोग आश्रय बनाने के लिए भी करते थे। वे पत्थरों को जमीन में गाड़कर दीवारें बनाते थे और ऊपर छप्पर डालते थे।
4. औषधि बनाना: आदि मानव कुछ पत्थरों को पीसकर औषधि भी बनाते थे। इन औषधियों का उपयोग बीमारियों का इलाज करने के लिए किया जाता था।
5. कला और सजावट: आदि मानव पत्थरों का उपयोग कला और सजावट के लिए भी करते थे। वे पत्थरों पर चित्र बनाते थे और उनसे गहने और अन्य सजावटी वस्तुएं बनाते थे।
प्रश्न 3. अनुमान और कल्पना
1. हर चीज़ के निर्माण की एक कहानी होती है, जैसे मकान के निर्माण की कहानी- कुरसी, गद्दे, रज़ाई के निर्माण की कहानी हो सकती है। इसी तरह वायुयान, साइकिल अथवा अन्य किसी यंत्र के निर्माण की कहानी भी होती है। कल्पना करो यदि रसगुल्ला अपने निर्माण की कहानी सुनाने लगे कि वह पहले दूध था, उसे दूध से छेना बनाया गया, उसे गोल आकार दिया गया। चीनी की चाशनी में डालकर पकाया गया। फिर उसका नाम पड़ा रसगुल्ला ।
तुम भी किसी चीज़ के निर्माण की कहानी लिख सकते हो, इसके लिए तुम्हें अनुमान और कल्पना के साथ उस चीज़ के बारे में कुछ जानकारी भी एकत्र करनी होगी।
उत्तर : एक पेन की कहानी
मैं एक पेन हूँ। मेरा जन्म एक कारखाने में हुआ था। वहाँ कई तरह की मशीनें और लोग काम करते थे। मुझे बनाने के लिए कई तरह की चीजों का इस्तेमाल किया गया था।
सबसे पहले, मुझे बनाने के लिए प्लास्टिक का एक टुकड़ा लिया गया। इस प्लास्टिक को पिघलाकर एक सांचे में डाला गया। इस सांचे में मेरे शरीर का आकार था। जब प्लास्टिक ठंडा हुआ, तो मेरा शरीर बन गया।
इसके बाद, मेरे अंदर एक छोटी सी नली डाली गई। इस नली में स्याही भरी जाती है। नली के एक सिरे पर एक छोटी सी गोली लगी होती है, जो स्याही को बाहर निकलने से रोकती है।
फिर, मेरे शरीर पर रंग लगाया गया। मुझे कई रंगों में रंगा जा सकता है, लेकिन सबसे आम रंग नीला और काला होता है।
अंत में, मेरे शरीर पर एक क्लिप लगाई गई। इस क्लिप की मदद से मुझे जेब या पेन स्टैंड में रखा जा सकता है।
इस तरह मैं बन गया एक पेन। मैं लोगों को लिखने में मदद करता हूँ। मैं उनके विचारों, भावनाओं और कल्पनाओं को शब्दों में बदलने में मदद करता हूँ। मैं लोगों को एक दूसरे से जुड़ने में मदद करता हूँ।
मेरी कहानी यहाँ खत्म नहीं होती। मैं लोगों के हाथों में जाता हूँ और उनके साथ यात्रा करता हूँ। मैं स्कूलों, कॉलेजों, कार्यालयों और घरों में जाता हूँ। मैं लोगों के साथ उनके खुशी और दुख के पलों में भी शामिल होता हूँ।
मैं लोगों के जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन जाता हूँ। मैं उनकी कहानियों को लिखने में मदद करता हूँ। मैं उनके सपनों को सच करने में मदद करता हूँ।
मैं एक पेन हूँ। मैं एक साधारण चीज़ हूँ, लेकिन मेरी कहानी बहुत बड़ी है।
NCERT Solutions for Class 6 Hindi Chapter 10
FAQ’s
Class 6 Hindi Chapter 10 का मुख्य विषय क्या है?
Class 6 Hindi Chapter 10 का मुख्य विषय है कि संसार एक विशाल पुस्तक के समान है, जिसमें हर अनुभव और स्थान एक नया अध्याय है। यह पाठ हमें सिखाता है कि हमें जीवन के हर अनुभव से सीखना चाहिए।
संसार पुस्तक है का क्या संदेश है?
संसार पुस्तक है का संदेश यह है कि हमें जीवन में हर अनुभव और व्यक्ति से कुछ न कुछ सीखने को मिलता है। यह पाठ हमें प्रेरित करता है कि हम अपने चारों ओर की दुनिया को ध्यान से देखें और उससे ज्ञान प्राप्त करें।
Class 6 Hindi Chapter 10 में लेखक ने किन-किन चीजों का वर्णन किया है?
Class 6 Hindi Chapter 10 में लेखक ने विभिन्न स्थानों, लोगों और अनुभवों का वर्णन किया है जो हमें जीवन में मिलते हैं और जिनसे हमें सीखने का मौका मिलता है।
Class 6 Hindi Chapter 10 से हमें क्या सीख मिलती है?
Class 6 Hindi Chapter 10 से हमें यह सीख मिलती है कि जीवन के हर अनुभव से हमें कुछ न कुछ नया सीखने को मिलता है। यह पाठ हमें हमारे चारों ओर की दुनिया को ध्यान से देखने और उससे ज्ञान प्राप्त करने की प्रेरणा देता है।
Class 6 Hindi Chapter 10 को प्रभावी ढंग से कैसे पढ़ा जाए?
Class 6 Hindi Chapter 10 को प्रभावी ढंग से पढ़ने के लिए पाठ को ध्यान से पढ़ें, मुख्य बिंदुओं पर ध्यान दें और अध्याय के अंत में दिए गए प्रश्नों का उत्तर लिखने का अभ्यास करें। इसके अलावा, पाठ में वर्णित संदेश को समझने की कोशिश करें।
संसार पुस्तक है का क्या संदेश है?
संसार पुस्तक है का संदेश यह है कि हमें जीवन में हर अनुभव और व्यक्ति से कुछ न कुछ सीखने को मिलता है। यह पाठ हमें प्रेरित करता है कि हम अपने चारों ओर की दुनिया को ध्यान से देखें और उससे ज्ञान प्राप्त करें।
संसार पुस्तक है इस अध्याय का पढ़ाई में क्या महत्व है?
इस अध्याय का पढ़ाई में महत्व है कि यह हमें जीवन को एक खुली पुस्तक की तरह देखने की प्रेरणा देता है, जिसमें हर पृष्ठ पर सीखने के लिए कुछ न कुछ होता है। यह पाठ हमें ज्ञान की तलाश करने और जीवन के हर अनुभव से सीखने की प्रेरणा देता है।
संसार पुस्तक है में लेखक का क्या दृष्टिकोण है?
संसार पुस्तक है में लेखक का दृष्टिकोण यह है कि जीवन एक खुली पुस्तक की तरह है, जिसमें हर अनुभव और व्यक्ति एक नया अध्याय है। लेखक हमें प्रेरित करता है कि हम जीवन के हर अनुभव से सीखें और उसे सकारात्मक दृष्टिकोण से देखें।