हम पंछी उन्मुक्त गगन के

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class 7 hindi chapter 1
Class 7 Hindi Chapter 1 – हम पंछी उन्मुक्त गगन के Summary

class 7 hindi chapter 1

इस कविता में, कवि एक पक्षी के रूप में स्वतंत्रता की चाहत व्यक्त करता है। वह पंछी को एक पिंजरे में कैद होने की इच्छा नहीं है, बल्कि खुले आसमान में उड़ने की चाह रखता है। पंछी का मानना है कि उसके पंख उड़ने के लिए बने हैं, और कैद होने से उसकी प्राकृतिक क्षमता और आनंद बाधित होगा। वह आकाश की विशालता का अन्वेषण करने और प्राकृतिक स्रोतों से पानी पीने की चाह रखता है, और एक सोने के पिंजरे के कृत्रिम सुखों को अस्वीकार करता है। कविता स्वतंत्रता के लिए मानवीय इच्छा और कैद के हानिकारक प्रभावों के लिए एक शक्तिशाली रूपक के रूप में कार्य करती है।

class 7 hindi chapter 1

प्रश्न 1. कविता से

1. हर तरह की सुख सुविधाएँ पाकर भी पक्षी पिंजरे में बंद क्यों नहीं रहना चाहते ?

उत्तर : 

क्योंकि पक्षी स्वतंत्रता को महत्व देते हैं।

पक्षी स्वभाव से स्वतंत्र होते हैं। वे खुले आसमान में उड़ना पसंद करते हैं, विभिन्न स्थानों पर जाना पसंद करते हैं और अपनी इच्छा से जीवन जीना पसंद करते हैं।

  • पिंजरा सीमितता का प्रतीक है: पिंजरा पक्षी की गतिविधियों को सीमित कर देता है। वह न तो अपनी इच्छा से उड़ सकता है, न ही अपनी इच्छा से खाना पी सकता है।
  • प्राकृतिक जीवन शैली: पक्षी प्राकृतिक वातावरण में रहने के लिए अभ्यस्त होते हैं। पिंजरा एक कृत्रिम वातावरण है जो उनके प्राकृतिक स्वभाव के विरुद्ध है।
  • आत्म सम्मान और गरिमा: हर जीव को अपने जीवन पर नियंत्रण रखने का अधिकार होता है। पिंजरा पक्षी के आत्म सम्मान और गरिमा को ठेस पहुंचाता है।

इसलिए, चाहे पिंजरे में कितनी ही सुविधाएं क्यों न हों, पक्षी अपनी स्वतंत्रता को कभी नहीं छोड़ना चाहते।

2. पक्षी उन्मुक्त रहकर अपनी कौन-कौन सी इच्छाएँ पूरी करना चाहते हैं?

उत्तर : 

पक्षी उन्मुक्त रहकर अपनी कई इच्छाएँ पूरी करना चाहते हैं। ये इच्छाएँ उनकी स्वभाविक प्रवृत्ति और जीवंतता का प्रतीक हैं। आइए कुछ प्रमुख इच्छाओं पर नज़र डालते हैं:

  • आकाश में उड़ना: यह उनकी सबसे बड़ी इच्छा होती है। पंख फैलाकर आकाश में ऊंचाई छूना और हवा का स्पर्श महसूस करना पक्षियों को असीम आनंद देता है।
  • दूर-दूर तक घूमना: वे एक जगह बंधे रहना पसंद नहीं करते। वे नए-नए स्थानों की खोज करना, विभिन्न प्रकार के वातावरण का अनुभव करना चाहते हैं।
  • अपने झुंड के साथ रहना: पक्षी सामाजिक प्राणी होते हैं। वे अपने झुंड के साथ रहना, उनके साथ खेलना और बातचीत करना पसंद करते हैं।
  • अपना भोजन स्वयं ढूंढना: वे स्वतंत्र रूप से अपना भोजन ढूंढना चाहते हैं। यह उन्हें जीवित रहने के लिए आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करता है और साथ ही उन्हें एक संतुष्टि भी देता है।
  • अपने घोंसले का निर्माण करना: कई पक्षी अपने घोंसले स्वयं बनाते हैं। यह उनके लिए एक सुरक्षित आश्रय होता है और उन्हें अपने परिवार के साथ रहने का अवसर प्रदान करता है।
  • प्रकृति का आनंद लेना: वे प्रकृति के विभिन्न रंगों, आवाज़ों और दृश्यों का आनंद लेना चाहते हैं। फूलों का रस चूसना, कीड़े-मकोड़े का शिकार करना, पानी में नहाना आदि उनकी पसंदीदा गतिविधियाँ होती हैं।

3. भाव स्पष्ट कीजिए-

या तो क्षितिज मिलन बन जाता या तनती साँसों की डोरी।

उत्तर : 

यह पंक्ति पक्षी की स्वतंत्रता के प्रति अटूट प्रेम को व्यक्त करती है। वह चाहता है कि वह स्वतंत्र रूप से उड़ता रहे, चाहे उसे इसके लिए अपनी जान क्यों न देनी पड़े।

इस पंक्ति का भाव यह भी है कि स्वतंत्रता इतनी महत्वपूर्ण है कि इसके लिए कोई भी बलिदान छोटा नहीं है।

कविता से आगे

1. कई लोग पक्षी पालते हैं

(क) पक्षियों को पालना उचित है अथवा नहीं? अपने विचार लिखिए।

(ख) क्या आपने या आपकी जानकारी में किसी ने कभी कोई पक्षी पाला है? उसकी देखरेख किस प्रकार की जाती होगी, लिखिए।

Ans : 

(क) पक्षियों को पालना उचित है अथवा नहीं?

पक्षियों को पालने के विषय में कई मतभेद हैं। कुछ लोग मानते हैं कि यह प्राकृतिक है और पक्षियों की देखभाल करने का एक तरीका है, जबकि अन्य लोग मानते हैं कि यह पक्षियों की स्वतंत्रता का हनन है।

पक्षियों को पालने के पक्ष में तर्क:

  • देखभाल: पालतू पक्षियों को अच्छा भोजन, पानी और आश्रय मिलता है।
  • साथी: पक्षी पालतू जानवरों के रूप में मनुष्यों के लिए एक अच्छा साथी बन सकते हैं।
  • शैक्षिक: पक्षियों को पालने से बच्चों को प्रकृति के बारे में जानने का अवसर मिलता है।

पक्षियों को पालने के विपक्ष में तर्क:

  • स्वतंत्रता: पक्षी स्वतंत्र जीव हैं और उन्हें उड़ने और अपने प्राकृतिक वातावरण में रहने का अधिकार है।
  • तनाव: पिंजरे में रहने से पक्षी तनावग्रस्त हो सकते हैं और उनकी उम्र कम हो सकती है।
  • प्राकृतिक व्यवहार: पिंजरे में पक्षी अपने प्राकृतिक व्यवहार नहीं कर पाते हैं।

(ख) क्या आपने या आपकी जानकारी में किसी ने कभी कोई पक्षी पाला है?

मैंने व्यक्तिगत रूप से कभी कोई पक्षी नहीं पाला है। हालांकि, मैंने सुना है कि कुछ लोग तोते, मुनिया और अन्य छोटे पक्षियों को पालते हैं। 

  • पिंजरा: पक्षी को एक साफ और सुरक्षित पिंजरे में रखना चाहिए। पिंजरे में पर्याप्त जगह होनी चाहिए ताकि पक्षी आराम से आ जा सके।
  • भोजन और पानी: पक्षी को नियमित रूप से ताजा भोजन और पानी देना चाहिए।
  • स्वच्छता: पिंजरे को नियमित रूप से साफ करना चाहिए ताकि पक्षी बीमार न पड़े।
  • वेदन: पक्षी को समय-समय पर पशु चिकित्सक के पास ले जाना चाहिए।

2. पक्षियों को पिंजरे में बंद करने से केवल उनकी आज़ादी का हनन ही नहीं होता, अपितु पर्यावरण भी प्रभावित होता है। इस विषय पर दस पंक्तियों में अपने विचार लिखिए।

उत्तर : 

पक्षी प्रकृति के अद्भुत जीव हैं। वे न केवल आकाश को सुंदर बनाते हैं बल्कि पारिस्थितिक तंत्र में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। पक्षियों को पिंजरे में बंद करना न केवल उनके साथ अन्याय है बल्कि पर्यावरण के लिए भी हानिकारक है।

  • परागण: कई पक्षी फूलों का रस चूसते हैं और इस प्रक्रिया में परागण में मदद करते हैं। पिंजरे में बंद पक्षी इस महत्वपूर्ण कार्य को नहीं कर पाते जिससे फसलों का उत्पादन प्रभावित होता है।
  • कीट नियंत्रण: कई पक्षी कीड़े-मकोड़ों को खाकर फसलों को कीटों से बचाते हैं। पिंजरे में बंद पक्षी यह कार्य नहीं कर पाते जिससे कीटों की संख्या बढ़ सकती है और फसलों को नुकसान पहुंच सकता है।
  • बीज फैलाव: कुछ पक्षी फलों को खाते हैं और उनके बीजों को दूर-दूर तक फैलाते हैं। यह वनस्पतियों के प्रसार में मदद करता है। पिंजरे में बंद पक्षी यह कार्य नहीं कर पाते जिससे वनस्पतियों का विस्तार रुक सकता है।
  • खाद्य श्रृंखला: पक्षी खाद्य श्रृंखला का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। पक्षियों को पिंजरे में बंद करने से खाद्य श्रृंखला में असंतुलन पैदा हो सकता है।
  • पारिस्थितिक संतुलन: पक्षी पारिस्थितिक तंत्र में संतुलन बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। पक्षियों को पिंजरे में बंद करने से पारिस्थितिक संतुलन बिगड़ सकता है।

अनुमान और कल्पना

1. क्या आपको लगता है कि मानव की वर्तमान जीवन-शैली और शहरीकरण से जुड़ी योजनाएँ पक्षियों के लिए घातक हैं? पक्षियों से रहित वातावरण में अनेक समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं। इन समस्याओं से बचने के लिए हमें क्या करना चाहिए? उक्त विषय पर वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन कीजिए।

उत्तर : 

वाद-विवाद प्रतियोगिता का विषय: क्या मानव की वर्तमान जीवन-शैली और शहरीकरण पक्षियों के लिए घातक हैं?

विषय परिचय

यह विषय अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह मानव और प्रकृति के बीच संबंध को रेखांकित करता है। हमारी आधुनिक जीवनशैली और तेजी से बढ़ते शहर पक्षियों के लिए कई तरह के खतरे पैदा कर रहे हैं। इस वाद-विवाद के माध्यम से हम इस मुद्दे की गहराई से पड़ताल करेंगे और यह समझने का प्रयास करेंगे कि हमें पक्षियों और उनके आवास को बचाने के लिए क्या कदम उठाने चाहिए।

वाद-विवाद के लिए संभावित तर्क

पक्ष में (हाँ, मानव की जीवनशैली पक्षियों के लिए घातक है):

  • आवास का नष्ट होना: शहरीकरण के कारण जंगल और वन क्षेत्रों का तेजी से विनाश हो रहा है, जिससे पक्षियों के प्राकृतिक आवास नष्ट हो रहे हैं।
  • प्रदूषण: वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण और ध्वनि प्रदूषण पक्षियों के स्वास्थ्य और प्रजनन क्षमता को प्रभावित कर रहे हैं।
  • खाद्य श्रृंखला में व्यवधान: कीटनाशकों और अन्य रसायनों के अत्यधिक उपयोग से पक्षियों की खाद्य श्रृंखला बाधित हो रही है।
  • क्लाइमेट चेंज: मानव गतिविधियों के कारण जलवायु परिवर्तन हो रहा है, जिससे पक्षियों के प्रवास के पैटर्न और भोजन की उपलब्धता प्रभावित हो रही है।
  • शिकार: कुछ लोग पक्षियों का शिकार करते हैं, जिससे उनकी संख्या में कमी आ रही है।

विपक्ष में (नहीं, मानव की जीवनशैली पक्षियों के लिए घातक नहीं है):

  • संरक्षण प्रयास: कई संगठन और सरकारें पक्षियों के संरक्षण के लिए काम कर रही हैं।
  • शहरी वन: शहरों में पार्क और बगीचे बनाकर पक्षियों के लिए आवास उपलब्ध कराए जा सकते हैं।
  • जैविक खेती: जैविक खेती से कीटनाशकों के उपयोग को कम किया जा सकता है।
  • नवीकरणीय ऊर्जा: जीवाश्म ईंधनों के उपयोग को कम करके प्रदूषण को कम किया जा सकता है।
  • जागरूकता: लोगों को पक्षियों के महत्व के बारे में जागरूक किया जा सकता है।

वाद-विवाद के दौरान उठने वाले संभावित प्रश्न

  • पक्षियों के संरक्षण के लिए कौन-कौन से कानून हैं और उनका प्रभाव कितना है?
  • शहरी नियोजन में पक्षियों के संरक्षण को कैसे शामिल किया जा सकता है?
  • आम नागरिक पक्षियों के संरक्षण में कैसे योगदान दे सकते हैं?
  • पक्षियों के संरक्षण के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्या प्रयास किए जा रहे हैं?
  • पक्षियों के विलुप्त होने के क्या परिणाम होंगे?

2. यदि आपके घर के किसी स्थान पर किसी पक्षी ने अपना आवास बनाया है और किसी कारणवश आपको अपना घर बदलना पड़ रहा है तो आप उस पक्षी के लिए किस तरह के प्रबंध करना आवश्यक समझेंगे? लिखिए।

उत्तर : 

मान लीजिए कि मेरे घर के बरामदे में किसी पक्षी ने अपना घोंसला बना लिया है। मैं प्रकृति प्रेमी हूं और पक्षियों से बहुत लगाव रखता हूं। ऐसे में अगर मुझे अपना घर बदलना पड़े तो मैं पक्षी के लिए निम्नलिखित प्रबंध करूंगा:

1. पक्षी की जानकारी जुटाना:

सबसे पहले, मैं यह पता लगाने की कोशिश करूंगा कि किस प्रजाति का पक्षी है। इसके लिए मैं इंटरनेट पर या किसी पक्षी विशेषज्ञ से संपर्क करूंगा। यह जानना जरूरी है क्योंकि अलग-अलग प्रजातियों के पक्षियों के घोंसले और देखभाल के तरीके अलग-अलग होते हैं।

2. विशेषज्ञों की सलाह:

मैं स्थानीय वन विभाग या किसी पक्षी विशेषज्ञ से संपर्क करूंगा और उनसे सलाह लूंगा। वे मुझे बताएंगे कि घोंसले को हटाने का सही तरीका क्या है और पक्षी के लिए क्या सावधानियां बरतनी चाहिए।

3. घोंसले को हटाने का समय:

मैं घोंसले को तब हटाऊंगा जब चूजे बड़े हो जाएं और उड़ने में सक्षम हो जाएं। अगर घोंसले में अंडे हैं, तो मैं प्रतीक्षा करूंगा जब तक कि चूजे सेना न निकल जाएं।

4. घोंसले को हटाने का तरीका:

मैं घोंसले को बहुत ही सावधानी से हटाऊंगा। मैं कोशिश करूंगा कि अंडे या चूजों को कोई नुकसान न पहुंचे। मैं घोंसले को उसी जगह पर या उसके आसपास किसी सुरक्षित स्थान पर स्थापित करूंगा।

5. वैकल्पिक आवास:

अगर घोंसला पूरी तरह से नष्ट हो गया है, तो मैं पक्षी के लिए एक नया घोंसला बनाऊंगा। मैं इंटरनेट पर या किसी पक्षी विशेषज्ञ से पूछकर यह पता लगाऊंगा कि किस तरह का घोंसला बनाना चाहिए।

6. पक्षी को छोड़ना:

जब मैं सुनिश्चित हो जाऊंगा कि पक्षी सुरक्षित है और उड़ने में सक्षम है, तो मैं उसे उसके प्राकृतिक आवास में छोड़ दूंगा।

7. स्थानीय कानूनों का पालन:

मैं यह सुनिश्चित करूंगा कि मैं किसी भी कानून का उल्लंघन नहीं कर रहा हूं। कई देशों में वन्यजीवों को नुकसान पहुंचाने के लिए कानून हैं।

8. पक्षियों के संरक्षण के बारे में जागरूकता फैलाना:

मैं अपने आसपास के लोगों को पक्षियों के संरक्षण के महत्व के बारे में बताऊंगा। मैं उन्हें बताऊंगा कि हमें पक्षियों के प्राकृतिक आवास को बचाने के लिए क्या कदम उठाने चाहिए।

भाषा की बात

1. स्वर्ण-श्रृंखला और लाल किरण-सी में रेखांकित शब्द गुणवाचक विशेषण हैं। कविता से हूँढ़कर इस प्रकार के तीन और उदाहरण लिखिए।

उत्तर : 

(क) कनक-तिलियाँ,

(ख) कटुक-निबौरी,

(ग) तारक-अनार

2. ‘भूखे-प्यासे’ में द्वंद्व समास है। इन दोनों शब्दों के बीच लगे चिह्न को सामासिक चिह्न (-) कहते हैं। इस चिह्न से ‘और’ का संकेत मिलता है, जैसे-भूखे-प्यासे = भूखे और प्यासे।

इस प्रकार के दस अन्य उदाहरण खोजकर लिखिए।

उत्तर : 

दिन-रात: दिन और रात

काला-गोरा: काला और गोरा

चाय-कॉफी: चाय और कॉफी

लड़का-लड़की: लड़का और लड़की

रोना-धोना: रोना और धोना

आना-जाना: आना और जाना

पढ़ना-लिखना: पढ़ना और लिखना

खाना-पीना: खाना और पीना

ठंडा-गर्म: ठंडा और गर्म

ऊपर-नीचे: ऊपर और नीचे

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FAQ’s

class 7 hindi chapter 1Q1. इस कविता का मुख्य संदेश क्या है?
कविता का मुख्य संदेश स्वतंत्रता और प्राकृतिक जीवन की महत्ता है। कवि एक पक्षी के माध्यम से यह बताता है कि स्वतंत्रता किसी भी कृत्रिम सुख से महत्वपूर्ण है।

class 7 hindi chapter 1Q2. पक्षी पिंजरे में क्यों नहीं रहना चाहते?

  • पिंजरा उनके प्राकृतिक स्वभाव और उड़ान की स्वतंत्रता को रोकता है।
  • पिंजरे में रहने से उनकी स्वाभाविक गतिविधियाँ और आनंद बाधित होता है।
  • पक्षी स्वतंत्रता, आत्म-सम्मान और गरिमा को महत्व देते हैं।

class 7 hindi chapter 1Q3. पक्षी स्वतंत्र होकर कौन-कौन सी इच्छाएँ पूरी करना चाहते हैं?

  • आकाश में उड़ना
  • दूर-दूर घूमना और नई जगहों की खोज करना
  • अपने झुंड के साथ रहना
  • स्वयं भोजन ढूँढना
  • घोंसला बनाना और परिवार के साथ रहना
  • प्रकृति का आनंद लेना

class 7 hindi chapter 1 Q4. “या तो क्षितिज मिलन बन जाता या तनती साँसों की डोरी” पंक्ति का भाव क्या है?
यह पंक्ति पक्षी की स्वतंत्रता के प्रति प्रेम और इसके लिए बलिदान देने की तत्परता को दर्शाती है।

कक्षा 7 हिंदी अध्याय 1 Q5पक्षियों को पालना सही है या गलत?

  • पक्षियों को पालना सही है, अगर उनकी देखभाल और सुरक्षा सुनिश्चित की जाती है।
  • पक्षियों को पालने से उनकी स्वतंत्रता और प्राकृतिक जीवन प्रभावित हो सकता है।
  • पक्षियों को पिंजरे में रखने से उनकी प्राकृतिक गतिविधियाँ बाधित होती हैं।